महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या का दिन सबसे बड़ा और शुभ स्नान पर्व माना जाता है। प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर लाखों श्रद्धालु डुबकी लगाकर अपने जीवन को पवित्र करने के लिए आते हैं। यह दिन केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। इस दिन को ‘शाही स्नान’ के रूप में जाना जाता है, इस वर्ष, मौनी अमावस्या 29 जनवरी 2025 को पड़ रही है, जो महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान के साथ संयोग कर रही है।
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