राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा REET Exam 2025, 27 और 28 फरवरी को सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस वर्ष, परीक्षा में कुल 14 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था, जिसमें से 27 फरवरी को आयोजित परीक्षा में लगभग 10 लाख परीक्षार्थियों ने भाग लिया।
परीक्षा का आयोजन और उपस्थिति:-
परीक्षा दो दिनों में तीन पारियों में आयोजित की गई:
1. 27 फरवरी 2025: प्रथम पारी: सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक। इस पारी में लेवल-1 और दोनों लेवल की परीक्षाएं शामिल थीं, जिसमें कुल 4,61,321 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। द्वितीय पारी: दोपहर 3:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक। इस पारी में केवल लेवल-2 की परीक्षा आयोजित की गई, जिसमें 5,41,599 अभ्यर्थी पंजीकृत थे।
2. 28 फरवरी 2025: प्रथम पारी: सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक। इस पारी में शेष लेवल-2 के 5,41,598 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी।
सुरक्षा और निगरानी:-
इस वर्ष, परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए कड़े सुरक्षा उपाय अपनाए गए:
1. बायोमेट्रिक सत्यापन और फेस स्कैनिंग: पहली बार, अभ्यर्थियों की पहचान सत्यापित करने के लिए फेस स्कैनिंग और बायोमेट्रिक जांच का उपयोग किया गया। इससे फर्जी अभ्यर्थियों पर रोक लगाने में मदद मिली। 2. कपड़ों और आभूषणों की जांच: नकल रोकने के लिए, अभ्यर्थियों के कपड़ों की सघन जांच की गई। कई स्थानों पर पुरुष अभ्यर्थियों की शर्ट की आस्तीन काटी गई, जबकि महिला अभ्यर्थियों से आभूषण उतारने के लिए कहा गया। 3. सीसीटीवी निगरानी: सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी की गई, जिससे परीक्षा प्रक्रिया की सतत मॉनिटरिंग संभव हो सकी।
समय पालन और प्रवेश नियम:-
1. प्रवेश समय: अभ्यर्थियों को परीक्षा शुरू होने से दो घंटे पहले केंद्र पर पहुंचने की सलाह दी गई थी। सुबह की पारी के लिए प्रवेश द्वार सुबह 9:00 बजे बंद कर दिए गए, जिसके बाद किसी भी अभ्यर्थी को प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। 2. देर से पहुंचने वाले अभ्यर्थी: कई केंद्रों पर, देर से पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं मिला, जिससे उन्हें परीक्षा से वंचित होना पड़ा। यह सख्ती परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए आवश्यक थी।
निष्कर्ष:-
REET Exam 2025 परीक्षा का सफल आयोजन राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की उत्कृष्ट प्रबंधन क्षमता और कड़े सुरक्षा उपायों का परिणाम है। अभ्यर्थियों की भारी संख्या के बावजूद, परीक्षा प्रक्रिया सुचारू और निष्पक्ष रही, जो राज्य में शिक्षा के उच्च मानकों को दर्शाती है।